सिंगर सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा हटाने के एक दिन बाद उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।
हमलावरों ने उनकी गाड़ियों को निशाना बनाया और वारदात को अंजाम दिया। मूसेवाला की गाड़ी पर 12 राउंड की फायरिंग की गई जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
मूसेवाला को मानसा के अस्पताल ले जाया गया जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया। उनकी हत्या की खबर सुनकर हर कोई हैरान है।
सिद्धू मूसेवाला ने बीते साल राजनीति में कदम रखा और कांग्रेस की टिकट पर पंजाब विधानसभा चुनाव में खड़े हुए थे। हालांकि उनकी हार हुई थी। मूसेवाला का विवादों से भी नाता रहा है। एक नजर डालते हैं उनसे जुड़े विवादों पर।
कब कब फंसे मूसेवाला
1. सिद्धू मूसेवाला के इंस्टाग्राम पर लगभग 74 लाख फॉलोवर्स हैं। वहीं यूट्यूब पर 1 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं। मूसेवाला के गानों में ड्रग्स और हिंसा को बढ़ावा देने को लेकर आलोचना होती थी।
2. मूसेवाला के गाने ‘पंच गोलियां’ में हिंसा और बंदूक कल्चर को बढ़ावा देने का आरोप लगा। 2020 में पंजाब पुलिस ने उन पर आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया था।
3. कोरोना महामारी के दौरान फायरिंग रेंज में उन्हें एके-47 राइफल से फायरिंग करते हुए देखा गया। उनका एक वीडियो वायरल हुआ था। उनके साथ वीडियो में 5 पुलिसवाले भी दिखे थे जिन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। इस मामले में मूसेवाला पर केस दर्ज किया गया था।
4. उनके गाने ‘जट्टी जियोने मोड़ दी बंदूक वर्गी’ में सिख योद्धा माई भागो के नाम का दुरुपयोग करने का आरोप लगा। बाद में उन्होंने माफी मांगी थी।
5.सिद्धू मूसेवाला का नाम खालिस्तान समर्थन से भी जुड़ा था। उनके गाने ‘पंजाब: माई मदरलैंड’ में खालिस्तानी अलगाववादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का समर्थन किया गया था।