Apply for E-Shram Card : नरेंद्र मोदी (पीएम नरेंद्र मोदी) सरकार ने 2021 में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए ई-श्रम पोर्टल लॉन्च किया।
अगर असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोग ई-श्रम पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराते हैं, तो वे लोग लोगों को मिलेगी कई सुविधाएं इन सुविधाओं में 2 लाख रुपये तक की दुर्घटना बीमा योजना भी शामिल है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा श्रमिकों को हर महीने 500 रुपये देने की घोषणा के बाद पंजीकरण में तेजी आई है।
यूपी में अब तक ई-श्रमिक कार्ड बनवाने वालों की संख्या 5 करोड़ 72 लाख को पार कर चुकी है. 2.33 करोड़ श्रमिकों के साथ पश्चिम बंगाल दूसरे नंबर पर है, जबकि तीसरे नंबर पर बिहार और चौथे नंबर पर ओडिशा है.
ई-श्रम पोर्टल क्या है | What is e-shram portal
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा था कि भारत के इतिहास में पहली बार 38 करोड़ असंगठित श्रमिकों के पंजीकरण की व्यवस्था की जा रही है।
यह न केवल उनका पंजीकरण करेगा बल्कि केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लागू की जा रही विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को पूरा करने में भी सहायक होगा।
आपको बता दें कि यह पोर्टल असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए बनाया गया पहला डेटाबेस है। इसके माध्यम से श्रमिकों को सरकार द्वारा जारी 12 अंकों का ई-श्रम कार्ड जारी किया जाता है और यह कार्ड पूरे देश में मान्य है। इस कार्ड के माध्यम से श्रमिकों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा।
2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा | Accidental insurance of Rs 2 lakh
ई-श्रम पोर्टल पर प्रत्येक पंजीकृत असंगठित श्रमिक के लिए 2 लाख रुपये तक की दुर्घटना बीमा योजना की सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
भूपेंद्र यादव ने ई-श्रम पोर्टल पर प्रत्येक पंजीकृत असंगठित श्रमिक के लिए 2 लाख रुपये की दुर्घटना बीमा योजना को मंजूरी देने के लिए भी प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया था।
उन्होंने कहा था कि यदि कोई कर्मचारी इस पोर्टल पर पंजीकृत है और दुर्घटना का शिकार होता है, तो उसे मृत्यु या स्थायी शारीरिक अक्षमता के मामले में 2 लाख रुपये और आंशिक शारीरिक अक्षमता के मामले में 1 लाख रुपये का भुगतान करना होगा। पात्र होंगे और सरकार हमेशा श्रमिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
कौन बन सकता है ई-श्रमिक कार्ड | Who can become e-Shramik Card
ट्यूटर, सफाई कर्मचारी, गार्ड, हाउसकीपर-मेड (काम वाली बाई), कुकिंग बाई (रसोइया), ब्यूटी पार्लर वर्कर, नाई, मोची, दर्जी, बढ़ई, प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन (इलेक्ट्रीशियन), पोता (पेंटर), टाइल वाले, हर दुकानदार / सेल्समैन / हेल्पर, ऑटो ड्राइवर, ड्राइवर, पंचर मेकर, ऑल एनिमल हसबेंडरी, पेपर हॉकर, शेफर्ड, डेयरी वाले, जोमैटो स्विगी डिलीवरी बॉय, अमेज़न फ्लिपकार्ट डिलीवरी बॉय (कूरियर वाले), वेल्डिंग वर्कर, खेतिहर मजदूर, नरेगा वर्कर, पत्थर
ब्रेकर, माइन वर्कर, ईंट भट्ठा कर्मी, फाल्स सीलिंग वर्कर, मूर्तिकार, मछुआरा, रिक्शा चालक, कैरी सेलर, रेजा, कुली, चाट वाला, भेलवाला, चायवाला, होटल नौकर / वेटर, रिसेप्शनिस्ट, पूछताछ क्लर्क, ऑपरेटर, नर्स, वार्डबॉय, आया, मंदिर के पुजारी, विभिन्न सरकारी कार्यालयों के दैनिक वेतन भोगी अर्थात आपके आस-पास देखा जाने वाला लगभग हर कार्यकर्ता ई-श्रमिक कार्ड बना सकता है।
पोर्टल पर पंजीकरण कैसे करें? How to register on the portal?
पोर्टल पर पंजीकरण करने के लिए श्रमिकों को https://www.eshram.gov.in/ पर जाना होगा। उसके बाद, पंजीकरण के लिए आधार संख्या दर्ज करनी होगी और व्यक्तिगत डेटाबेस से कार्यकर्ता से संबंधित सभी जानकारी पोर्टल पर स्वतः प्रदर्शित हो जाएगी।
व्यक्ति को बैंक संबंधी जानकारी और मोबाइल नंबर समेत अन्य जरूरी जानकारियां भी भरनी होंगी। कृपया ध्यान दें कि इस ऑनलाइन फॉर्म को भविष्य में भी अपडेट किया जा सकता है। कोई भी व्यक्ति अपना या कॉमन सर्विस सेंटर की मदद से अपना पंजीकरण करा सकता है।
पंजीकरण के बाद कर्मचारी के यूनिवर्सल अकाउंट नंबर के साथ ई-श्रम कार्ड जारी किया जाएगा। सरकार ने रजिस्ट्रेशन के लिए 14434 टोल फ्री नंबर भी दिया है।
इस टोल फ्री नंबर पर कॉल कर पोर्टल से जुड़ी जानकारी हासिल की जा सकती है। राज्य सरकारें भी इस पोर्टल के माध्यम से श्रमिकों का पंजीकरण कर सकती हैं।
श्रम मंत्रालय के सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा कि ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण पूरी तरह से नि:शुल्क है और श्रमिकों को पंजीकरण के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) या कहीं भी कोई भुगतान नहीं करना होगा।
आपको मिलेगा 12 अंकों का यूनिक नंबर | You will get 12 digit unique number
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा बनाए जाने वाले करीब 38 करोड़ मजदूरों के ई श्रम कार्ड को ईश्रम कार्ड पर 12 अंकों का यूनिक (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर यूएएन) नंबर मिलेगा।
ताकि सभी श्रमिकों को एक बार में लाभ मिल सके। जैसा कि आप जानते हैं कि भारत में प्रत्येक व्यक्ति के पास पहचान पत्र के रूप में एक अलग आधार कार्ड नंबर होता है। इसी तरह ईश्रम कार्ड आपको भी बना देगा भारत के मजदूर की पहचान।
- ई श्रम कार्ड पंजीकरण पात्रता मानदंड
- आयु 16-59 वर्ष के बीच होनी चाहिए
- ईपीएफओ या ईएसआईसी का सदस्य नहीं होना चाहिए
- आयकर दाता नहीं होना चाहिए
- असंगठित क्षेत्र में कार्यरत होना चाहिए
आवेदन शुल्क
इसके लिए आवेदन करने के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। लेकिन अगर आप UAN कार्ड में किसी भी तरह का डाटा अपडेट करके आते हैं तो आपको ₹20 देने होंगे।
ई श्रम कार्ड के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- बिजली बिल/राशन कार्ड
- सक्रिय मोबाइल नंबर
ई श्रम कार्ड पंजीकरण कैसे करें
- आश्रम कार्ड ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए सबसे पहले आपको ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा।
- वहां आपको रजिस्टर ऑन ई-श्रम लिंक पर क्लिक करना है।
- उसके बाद आपको सेल्फ रजिस्ट्रेशन पेज ओपन हो जाएगा।
- यहां आपको आधार कार्ड में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालकर ओटीपी भेजना है।
- उसके बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन का डैशबोर्ड खुल जाएगा।
- यहां आपको सभी विवरण सही-सही भरकर लास्ट की तरह सबमिट कर देना है, उसके बाद आप ई लेबर कार्ड ऑनलाइन आवेदन आश्रम कार्ड डाउनलोड पूरा कर लेंगे
ई-श्रम पोर्टल के लाभ और विशेषताएं
- केंद्रीय रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव द्वारा ई श्रम पोर्टल लॉन्च किया गया है।
- 38 करोड़ असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का राष्ट्रीय डेटाबेस ई-श्रम पोर्टल के माध्यम से तैयार किया जाएगा।
- इस डेटाबेस को आधार से सीड किया जाएगा।
- इस पोर्टल के माध्यम से मजदूरों, रेहड़ी-पटरी वालों और घरेलू कामगारों को आपस में जोड़ा जाएगा।
- पोर्टल पर नाम, पता, शैक्षणिक योग्यता, कौशल का प्रकार, परिवार संबंधी जानकारी आदि दर्ज की जाएगी।
- ई-श्रम पोर्टल के माध्यम से श्रमिकों को विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
- सभी पंजीकृत श्रमिकों को 12 अंकों का रिकॉर्ड प्रदान किया जाएगा जो पूरे देश में मान्य होगा।
- इस कार्ड के माध्यम से श्रमिकों को कई योजनाओं का लाभ भी प्रदान किया जाएगा।
- इस कार्ड के माध्यम से श्रमिकों को उनके काम के आधार पर बांटा जाएगा, जिससे उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।
- डेटाबेस के माध्यम से सरकार को श्रमिकों के लिए विभिन्न योजनाओं को शुरू करने और संचालित करने में भी मदद मिलेगी।
- यह पोर्टल श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा संचालित और ई श्रम कार्ड डाउनलोड किया जाएगा।
ई-श्रम पोर्टल के तहत विभिन्न योजनाएं
- प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना- इस योजना के माध्यम से लाभार्थी को 60 वर्ष की आयु के बाद न्यूनतम ₹3,000 पेंशन प्रदान की जाती है। यदि लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है तो पेंशन के हिस्से का 50% लाभार्थी के जीवनसाथी को प्रदान किया जाता है। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को ₹55 से ₹200 के बीच प्रीमियम का भुगतान करना होगा। प्रीमियम राशि का 50% लाभार्थी द्वारा जमा किया जाएगा और 50% केंद्र सरकार द्वारा जमा किया जाएगा।
- राष्ट्रीय पेंशन योजना दुकानदारों, व्यापारियों और स्वरोजगार व्यक्तियों के लिए – इस योजना के तहत 60 वर्ष की आयु के बाद लाभार्थी को न्यूनतम ₹ 3000 की पेंशन प्रदान की जाती है। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को ₹55 से ₹200 का प्रीमियम देना होता है। प्रीमियम राशि का 50% लाभार्थी द्वारा जमा किया जाता है और 50% केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाता है।
- प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना- यह योजना वित्तीय सेवा विभाग द्वारा कार्यान्वित की जाती है। इस योजना का लाभ बैंक द्वारा प्रदान किया जाता है। किसी भी कारण से लाभार्थी की मृत्यु होने पर इस योजना के तहत लाभार्थी के नामांकित व्यक्ति को ₹200000 प्रदान किए जाते हैं।
- प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना- इस योजना के तहत यदि लाभार्थी की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है या लाभार्थी पूर्ण रूप से विकलांग हो जाता है तो ₹200000 की राशि प्रदान की जाती है, यदि लाभार्थी पूर्ण रूप से विकलांग नहीं है तो ₹100000 की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
- अटल पेंशन योजना- इस योजना के तहत लाभार्थी को ₹1000 से ₹5000 तक की पेंशन प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थी की मृत्यु के बाद लाभार्थी के पति या पत्नी को एकमुश्त पेंशन भी प्रदान की जाती है।
- पीडीएस- इस योजना के माध्यम से लाभार्थी को प्रति माह 35 किलो चावल या गेहूं प्रदान किया जाता है। गरीबी रेखा से ऊपर जीवन यापन करने वाले परिवार को 15 किलो खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाती है।
- प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण- इस योजना के माध्यम से मैदानी क्षेत्र में 1.2 लाख रुपये और पहाड़ी क्षेत्र में 1.3 लाख रुपये घर निर्माण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
- राष्ट्रीय सामाजिक सहायक कार्यक्रम- यह एक पेंशन योजना है। इस प्लान के जरिए हर महीने 300 से ₹500 तक का प्रीमियम देना होता है। इस योजना के तहत ₹1000 से ₹3000 तक की पेंशन प्रदान की जाती है।
- आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना- इस योजना के माध्यम से प्रत्येक परिवार को बिना कोई प्रीमियम दिए ₹500000 तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है।
- बुनकरों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना- इस योजना के माध्यम से बुनकरों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है।
- राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त एवं विकास निगम- इस योजना के माध्यम से सफाई कर्मचारियों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
- हाथ से मैला उठाने वालों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना- इस योजना के माध्यम से हाथ से मैला उठाने वालों और उनके आश्रितों को नि:शुल्क कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा सरकार की ओर से ₹3000 का वजीफा भी दिया जाएगा