हिंसक प्रदर्शनों में बच्चों के इस्तेमाल पर हरकत में आया बाल आयोग, दंगाइयों के घर तोड़ने निकले बुलडोजर

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Children's Commission into action on use children in violent demonstrations, bulldozers came out to break houses of rioters

नई दिल्ली। शुक्रवार (10 जून) कोजुमे की नमाज के बाद देश के 12 राज्यों में हुई हिंसा के बाद भाजपा से निष्कासित नेता नूपुर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के बाद गिरफ्तार करने की मांग को लेकर कई सवाल उठे हैं।

नूपुर शर्मा के माफी मांगने के बावजूद देशभर में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। बाल आयोग ने बच्चों का नेतृत्व कर हिंसक प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है। इस बीच 3 जून को कानपुर में हुई हिंसा के बाद बदमाशों के अवैध घरों को तोड़ने के लिए बुलडोजर निकल पड़े हैं।

बच्चों की आड़ में हिंसक प्रदर्शन 

राष्ट्रीय बाल और अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कहा है कि देश में कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शनों में बच्चों का इस्तेमाल किया गया। ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार को सख्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।

Kanpur violence

आयोग के प्रमुख प्रियांक कानूनगो ने दावा किया है कि इनमें से कई हिंसक प्रदर्शनों में बच्चों का इस्तेमाल किया गया।
कानूनगो ने एक ट्वीट में कहा, हिंसक प्रदर्शनों में बच्चों के इस्तेमाल के मामले आज फिर सामने आए हैं। सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और एक भी चरमपंथी को नहीं बख्शा जाएगा।

उन्होंने कहा कि एनसीपीसीआर इन चरमपंथियों को बच्चों का इस्तेमाल नहीं करने देगा। एनसीपीसीआर प्रमुख कानूनगो ने कहा, हम उन सभी विरोध प्रदर्शनों पर गौर करेंगे जहां बच्चों का इस्तेमाल किया गया था और फिर हम बच्चों का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए पुलिस को व्यक्तिगत नोटिस जारी करेंगे। 

इससे पहले, एनसीपीसीआर प्रमुख ने उत्तर प्रदेश पुलिस से यह जांच करने को कहा था कि क्या कानपुर में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा में असामाजिक तत्वों द्वारा बच्चे शामिल थे।

पिछले हफ्ते, पैगंबर मोहम्मद की टिप्पणी के विरोध में कानपुर के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक हिंसा में 20 पुलिस कर्मियों सहित कम से कम 40 लोग घायल हो गए थे।

जब नूपुर ने माफी मांगी तो फिर हिंसा क्यों?

महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने पैगंबर मुहम्मद पर विवाद के बीच जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा को राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने कहा कि जब नूपुर शर्मा ने माफी मांगी है, भाजपा ने भी कार्रवाई की है, तो अब यह हिंसा क्यों?

दंगाइयों के खिलाफ सख्त हुई योगी सरकार

यूपी एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि शुक्रवार रात 9.45 बजे तक राज्य के छह जिलों से धरना प्रदर्शन कर रहे 136 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

सहारनपुर से 45, प्रयागराज से 37, लोगों से 23 को अंबेडकर नगर से, 20 को हाथरस से, सात को मुरादाबाद से और चार को फिरोजाबाद जिले से गिरफ्तार किया गया।

Violence during Friday prayers in Kanpur

विवादित टिप्पणी को लेकर बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर और लखनऊ में भी विरोध प्रदर्शन हुए। लखनऊ में नारे लगे। स्थानीय लोग प्रयागराज में 15 मिनट से अधिक समय तक पथराव जारी रहा।

उन्होंने कहा कि कुछ बदमाशों ने मुख्य सड़क पर तैनात पुलिसकर्मियों पर पथराव किया और स्थिति तब और बढ़ गई जब पथराव करने वालों में और लोग शामिल हो गए। एहतियात के तौर पर बिजनौर में।

लेकिन एआईएमआईएम जिलाध्यक्ष समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एसपी धर्मवीर सिंह ने कहा कि एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष अब्दुल्ला के साथ इफ्तेखार, महरूफ और अकील को सांप्रदायिक नफरत भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।