Crime News | बेंगलुरु: बॉलीवुड में किस्मत आजमाने के लिए कर्नाटक की एक्ट्रेस मारिया सुसराज मुंबई पहुंच गई हैं। मुंबई आने से पहले मारिया की नेवी ऑफिसर जेरोम मैथ्यूज के साथ सगाई हो गई थी।
मुंबई आने के बाद, मारिया और टीवी प्रोडक्शन में एक वरिष्ठ कार्यकारी नीरज ग्रोवर से मुलाकात होती है। यह पहचान प्यार में बदल जाती है।
जब जेरोम को उनके प्रेम संबंध पर शक होता है, तो वह नीरज को मारिया के घर पर मार देता है। मारिया और जेरोम मिलकर नीरज के शरीर के 300 टुकड़े करते हैं। वहीं मारिया और जेरोम सेक्स करते हैं। इसके बाद शव को ठिकाणे लगा देते है।
पुलिस के लिए सबूत इकट्ठा करना मुश्किल था क्योंकि हाई-प्रोफाइल हत्याओं का कोई प्रत्यक्ष गवाह नहीं था और शवों को तोड़कर जला दिया गया था।
कन्नड़ अभिनेत्री मारिया सुसराज 2008 में बॉलीवुड में अपनी किस्मत आजमाने के लिए मुंबई आई थीं। इससे पहले उनकी कन्नड़ फिल्म एकदंत साउथ में काफी पॉपुलर हुई थी।
अब वह बॉलीवुड में अपना नाम बनाना चाहती हैं। यह सच है कि मारिया मुंबई आई थीं लेकिन उन्हें हिंदी फिल्म में ब्रेक नहीं मिल रहा था।
फिल्मों की कोशिश के दौरान मारिया की मुलाकात एक टीवी प्रोडक्शन हाउस के मैनेजर नीरज ग्रोवर से हुई। उन्होंने उसे फिल्म में काम दिलाने का लालच भी दिया।
एक कन्नड़ फिल्म में काम करने के दौरान मारिया का नेवी ऑफिसर जेरोम मैथ्यू के साथ अफेयर चल रहा था। मारिया जब मुंबई आई तो जेरोम कोच्चि में ड्यूटी पर था।
इस बीच मारिया और नीरज के बीच नजदीकियां बढ़ती जा रही थीं। इसके कारण जेरोम और मारिया के बीच अक्सर बहस होती थी।
मारिया ने मुंबई में एक फ्लैट किराए पर लिया था। 6 मई 2008 को, मारिया ने एक नए फ्लैट में जाने का फैसला किया। उसने अपना सामान शिफ्ट करने में मदद के लिए नीरज को फोन किया था।
शाम को जब जेरोम ने मारिया को फोन किया, तो उसने मारिया के घर से एक आदमी की आवाज सुनी। जब जेरोम ने मारिया से उस आदमी के बारे में पूछा, तो उसने कहा कि नीरज उसकी मदद करने आया है।
जेरोम को यह पसंद नहीं आया, इसलिए उसने मारिया से कहा कि वह नीरज को तुरंत घर से निकाल दे। मारिया ने जेरोम की बातों को अनसुना कर दिया। उसने अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया।
अगली सुबह जेरोम अप्रत्याशित रूप से मारिया के फ्लैट पर आता है। उस समय, नीरज ने उसे मारिया के बेडरूम में आपत्तिजनक स्थिति में पाया।
गुस्से में जेरोम ने नीरज को पीट-पीटकर मार डाला। दोनों के बीच मारपीट हो गई। जेरोम ने किचन में नीरज पर चाकू से कई वार किए। इसमें नीरज की मौत हो गई।
मारिया और जेरोम ने ठंडे दिमाग से सोचा कि लाश को कैसे ठिकाने लगाया जाए। फिर दोनों के बीच शारीरिक संबंध बन गए, इसके बाद मारिया बाहर चली गई। वह दुकान से धारदार चाकू और बड़े बैग ले आई।
मारिया और जेरोम ने चुपचाप नीरज के शरीर के 300 टुकड़े कर दिए। उन्होंने टुकड़ों को तीन बैगों में भर दिया। इसके बाद दोनों ने दोबारा सेक्स किया।
दोपहर में दोनों लंच के लिए भी निकले थे। मारिया एक दोस्त से कार लेकर आई। रात होने पर वे बैगों को कार से बाहर जंगल में ले गए। उस जंगल में उन्होंने नीरज के शरीर के अंगों को जला दिया।
दूसरी ओर, नीरज के परिवार वालों ने उसके लापता होने की रिपोर्ट पुलिस को दी। लेकिन पुलिस जांच करने में विफल है। नीरज का मोबाइल फोन मारिया के पास है।
इस डर से कि पुलिस को उस पर शक होगा, मारिया ने फोन पुलिस को सौंप दिया। यहीं से पुलिस को नया सुराग मिलता है। हर बार जब मारिया से गहन पूछताछ की जाती है, तो पुलिस को मारिया से अलग-अलग जवाब मिलते हैं।
इससे पुलिस को मारिया पर शक होता है। पुलिस की कडी पुछताछ में मारिया टूट जाती है और पुलिस को सारी सच्चाई बताती है। पुलिस ने तुरंत जेरोम को भी गिरफ्तार कर लिया।
लेकिन नीरज के शव को कोर्ट में वेरिफाई करने में पुलिस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि हत्या कई दिनों पहले हुई थी और शरीर के अंगों को जलाने से सबूत मिलना मुश्किल हो गया था।
जली हुई हड्डियों और दांतों सहित अवशेषों से मृतकों की पहचान करना पुलिस के लिए असंभव था, लेकिन फोरेंसिक विशेषज्ञों ने भी चुनौती ली।
फोरेंसिक विशेषज्ञ एस.एच. लाडे ने गवाही दी कि ठाणे के मनोर के जंगल में मिली जांघ की हड्डी नीरज ग्रोवर की थी।उन्होने यह भी कहा कि शरीर के तुकडो को ले जाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कार सीट कवर, दरवाज़े के हैंडल पर खून के धब्बे और नीरज ग्रोवर की हड्डियों से डीएनए के नमूने समान थे।
सैंपल के बाद नीरज के मृत माता-पिता के डीएनए से मिलान हुआ तो पता चला कि शव नीरज का है। 11 जुलाई 2011 को मुंबई सेशंस कोर्ट ने मारिया के बॉयफ्रेंड जेरोम मैथ्यू को नीरज की हत्या के मामले में आईपीसी 1860 की धारा 304 के तहत 10 साल कैद की सजा सुनाई थी।
उन्हें सबूत नष्ट करने के आरोप में धारा 201 के तहत तीन और साल की सजा भी सुनाई गई थी। साथ ही एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया।
मारिया को तीन साल जेल की सजा सुनाई गई और एक लाख 50,000 का जुर्माना लगाया गया। हालांकि, मुकदमे के दौरान मारिया को तीन साल जेल की सजा सुनाई गई थी, इसलिए उसे रिहा कर दिया गया।
लेकिन 2015 में, मारिया ने हज यात्रियों से लगभग 2 करोड़ रुपये ठग लिए। इस आरोप में पुलिस ने मारिया सुसराज को फिर से गिरफ्तार कर लिया।