उत्तर प्रदेश के बिजनौर में ईद के दिन नमाज पढ़कर लौट रहे तीन युवकों ने एक सिपाही को इतना पीटा कि उसकी हालत गंभीर हो गई है।
सिपाही सतेंद्र कुमार को इलाज के लिए मुरादाबाद के कॉसमॉस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं मारपीट करने वाले फैजान, मोहम्मद साद और वसीम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
3 मई को ईद के दिन आरक्षक सतेंद्र कुमार ड्यूटी खत्म कर मोटरसाइकिल से बुधनपुर से थाना सयोहारा जा रहे थे। इसी बीच इकरा पुल पर एक वाहन को बचाने के दौरान सतेंद्र की मोटरसाइकिल अनियंत्रित हो गई और वह सड़क पर गिर गया। इस दौरान उनके चेहरे पर भी चोट लग गई और वह लहूलुहान हो गए।
पुलिस का कहना है कि इस दौरान मोहम्मद फैजान (19) पुत्र अब्दुल रहीम, मोहम्मद साद (20) पुत्र मतलूब अहमद और वसीम (21) पुत्र नसीम अहमद वहां आए और सतेंद्र को गालियां देने लगे।
➡️सड़क दुर्घटना में घायल पुलिसकर्मी से मारपीट
➡️युवती से छेड़छाड़ के आरोप में 3 युवकों ने की पिटाई
➡️पुलिसकर्मी सतेंद्र कुमार से मारपीट का वीडियो वायरल
➡️मारपीट करने वाले तीनों युवक गिरफ्तार#Bijnor @bijnorpolice @Uppolice @myogioffice @CMOfficeUP @UPGovt pic.twitter.com/t6jiLhvydr
— TV9 Uttar Pradesh (@TV9UttarPradesh) May 4, 2022
इस दौरान तीनों ने पुलिसकर्मी के साथ मारपीट भी की। इसके बाद सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस ने घायल सतेंद्र को सीएचसी सयोहारा में भर्ती कराया, जहां से उसे मुरादाबाद रेफर कर दिया गया.
इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में पुलिसकर्मी बाइक पकड़े खड़ा है और ऐसा लग रहा है कि कोई नशे में है।
थाना स्योहारा @bijnorpolice द्वारा सडक दुर्घटना में घायल पुलिसकर्मी के साथ अकारण गाली गलौच व मारपीट करने वाले 03 अभियुक्तगण की गिरफ्तारी के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक बिजनौर की बाइट। #UPPolice https://t.co/qdfqXzX0eF pic.twitter.com/bkHzlSZkJt
— Bijnor Police (@bijnorpolice) May 3, 2022
इस दौरान किसी ने उन्हें लात मारी और वह सड़क पर गिर पड़े। हालांकि पुलिस रिकॉर्ड में नशे के मामले का जिक्र नहीं है।
पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपी बिजनौर जिले के नूरपुर थाना क्षेत्र के नई बस्ती राजा का ताजपुर के रहने वाले हैं। तीनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 332, 307, 504 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले में ऑपइंडिया ने एसएसपी बिजनौर आईपीएस धर्मवीर से बात की और उन्होंने कांस्टेबल द्वारा शराब पीने जैसे किसी भी आरोप से इनकार किया है।
उन्होंने आरक्षक को घायल बताते हुए कहा कि चोट के कारण बड़े लोग खड़े नहीं हो पाते। उन्होंने यह भी कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का कोई अधिकार नहीं है, भले ही उसने शराब का सेवन किया हो।