नई दिल्ली : पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान देने के मामले में भारतीय जनता पार्टी से निलंबित की गई प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) का बयान आया है। उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी है।
साथ ही कहा कि मैं अपनी बात वापस लेती हूं। उन्होंने कहा कि मेरा इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था, अगर मेरी बातों से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं अपनी बात वापस लेता हूं।
नूपुर शर्मा ने कहा कि रोज मेरे आराध्य शिव का अपमान हो रहा था। मैं शिवाजी का अपमान सहन नहीं कर सकी। मैंने गुस्से में कुछ बातें कही।
वहीं, कार्रवाई के तुरंत बाद नूपुर शर्मा ने अपील की है उनके घर का पता सार्वजनिक न किया जाए। इससे उसके परिवार की सुरक्षा को खतरा है।
नूपुर शर्मा पर कार्रवाई से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में पार्टी ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी को ऐसा कोई भी विचार स्वीकृत नहीं है जो किसी भी धर्म-संप्रदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाए। भाजपा ना ऐसे किसी विचार को मानती है और न ही प्रोत्साहन देती है।
कार्रवाई के बाद नूपुर शर्मा ने किया ट्वीट
पार्टी से निलंबन की कार्रवाई के बाद नुपुर शर्मा ने ट्वीट किया कि ‘मैं पिछले कई दिनों से टीवी डिबेट में जा रही थी, जहां मेरे आराध्य शिव जी का हर दिन अपमान किया जा रहा था।
मेरे सामने यह कहा जा रहा था कि यह शिवलिंग नहीं फव्वारा है। दिल्ली की हर पगडंडी पर कई शिवलिंग मिलते हैं, जाकर इसकी पूजा करें।
मैं अपने महादेव शिव का इस तरह बार-बार अपमान अपने सामने सहन नहीं कर सका। मैंने गुस्से में कुछ बातें कही। अगर मेरे शब्दों से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्दों को वापस लेता हूं। मेरा मकसद कभी किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था।
कार्रवाई से पहले बीजेपी ने क्या कहा?
नुपुर शर्मा पर कार्रवाई करने से पहले बीजेपी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ऐसे किसी भी विचार को स्वीकार नहीं करती जिससे किसी भी धर्म या संप्रदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचे।
भाजपा ऐसे किसी भी विचार को न तो स्वीकार करती है और न ही प्रोत्साहित करती है। इसमें बीजेपी ने कहा है कि देश का संविधान भी भारत के हर नागरिक से सभी धर्मों का सम्मान करने की उम्मीद करता है।
यह था विवाद
एक टीवी न्यूज चैनल पर बहस के दौरान बीजेपी प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की, जिससे अल्पसंख्यक समुदाय के लोग नाराज हो गए हैं।
इस कमेंट के बाद नूपुर शर्मा ने कहा कि वायरल वीडियो एडिट किया हुआ है, जिसे एक फैक्ट चेकर ने शेयर किया है. इस वीडियो को शेयर करने के बाद से उन्हें इस्लामिक कट्टरपंथियों से धमकियां मिल रही हैं।
नुपुर शर्मा ने आरोप लगाया था कि ऑल्ट न्यूज़ के मालिक ने उनके खिलाफ ट्रोल्स को बढ़ावा देने के लिए संपादित वीडियो पोस्ट किया था। उन्होंने सुरक्षा की मांग की थी।