Indian Air Force Women Agneevir : वायुसेना तीन हजार महिला अग्निवीरों को शामिल करेगी, IAF प्रमुख ने घोषणा की

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Indian Air Force Mahila Agniveers: Including 3,000 women Agniveers, IAF chief announced

Indian Air Force Women Agneevir : भारतीय वायु सेना अगले साल से महिला अग्निवीरों को शामिल करेगी, IAF प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने शनिवार को चंडीगढ़ में भारतीय वायु सेना दिवस समारोह के अवसर पर घोषणा की।

उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे का निर्माण प्रगति पर है। उन्होंने एक नई हथियार प्रणाली शाखा के निर्माण और अग्निवीरों के लिए परिचालन प्रशिक्षण पद्धति में बदलाव की भी घोषणा की।

उन्होंने कहा, “इस ऐतिहासिक अवसर पर, मुझे यह घोषणा करने का सौभाग्य मिला है कि सरकार ने भारतीय वायु सेना में अधिकारियों के लिए एक हथियार प्रणाली विंग के निर्माण को मंजूरी दी है।”

उन्होंने कहा, “हमने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी परिचालन प्रशिक्षण पद्धति को बदल दिया है कि प्रत्येक अग्निवीर भारतीय वायुसेना में करियर शुरू करने के लिए सही कौशल और ज्ञान से लैस है।

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इस साल दिसंबर में, हमने शुरुआती प्रशिक्षण के लिए 3,000 अग्निवीर वायु को शामिल किया है। यह संख्या आने वाले वर्षों में जोड़ी जाएगी।”

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय वायुसेना में ऑफिसर रैंक में महिलाएं हैं, लेकिन एयरमैन (सोल्जर) रैंक में महिलाओं को अभी तक वायुसेना में शामिल नहीं किया गया है। यह पहली बार होगा जब महिलाएं वायु सेना में सैनिकों के रूप में शामिल होंगी।

उम्मीद की जा रही है कि अगले साल जब 3500 अग्निवीरों की भर्ती होगी, तो लगभग 3% महिलाओं के लिए होगी। इसके बाद इसे हर साल धीरे-धीरे बढ़ाया जाएगा और इसे चार साल में 10 फीसदी तक ले जाने का लक्ष्य है।

उसके बाद इसकी समीक्षा की जाएगी और फिर समीक्षा के आधार पर तय किया जाएगा कि कितनी प्रतिशत महिलाओं की भर्ती की जानी है।

महिला अग्निवीरोंको वायु सेना के 39 ट्रेडों में से किसी का भी हिस्सा बनाया जा सकता है, यदि वे अपना चार साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद स्थायी रूप से वायु सेना का हिस्सा बन जाती हैं।

वायु सेना में शामिल होने के पहले चार वर्षों में, अग्निवीरों को कोई ट्रेड नहीं दिया जाएगा, लेकिन उन्हें  स्ट्रीम और सब-स्ट्रीम मिलेगी।

इस दौरान अग्निवरों को हर तरह के काम सिखाए जाएंगे और उसी के आधार पर उनकी परीक्षा ली जाएगी। चार वर्ष पूरे करने के बाद अधिकतम 25 प्रतिशत को स्थायी किया जाएगा जो एयरमैन बनेंगे और उन्हें फिर से ट्रेड दिया जाएगा।

इन 25% में कितनी महिलाएं होंगी यह पूरी तरह से योग्यता पर निर्भर करेगा। इसमें महिलाओं के लिए अलग से कोई संख्या आरक्षित नहीं की गई है।

यह योग्यता के आधार पर कम या ज्यादा हो सकता है। जब महिला अग्निवीर स्थायी हो जाएगी, तो उन्हें एयरमैन भी कहा जाएगा।

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