मुंबई: राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Elections) में बीजेपी की अप्रत्याशित जीत के बाद पार्टी ने बीएमसी चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है, भाजपा जल्द ही सक्रिय पार्षदों को विभिन्न विषयों पर भ्रष्टाचार को सामने लाने की जिम्मेदारी देगी।
ऐसे संकेत हैं कि यह कमेटी अगले हफ्ते तक बन जाएगी। बीजेपी ने इससे पहले स्वास्थ्य, शिक्षा, संपत्ति समेत संबंधित मुद्दों में दिलचस्पी रखने वालों को बीएमसी के कामकाज पर नजर रखने की जिम्मेदारी भी दी थी।
मार्च में सभागार का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से ही प्रशासक के हाथ में कमान आ गई है। इन पूर्व पार्षदों को प्रशासक द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की जिम्मेदारी देने की तैयारी है।
बीजेपी नेता विनोद मिश्रा ने कहा कि, बीएमसी में मनमानी चल रही है। हम चुप नहीं बैठ सकते, हमें मुंबईकरों के हितों की रक्षा के लिए आवाज उठानी होगी। हम उन्हें काम देंगे जो विषय में रुचि रखते हैं।
एक सूत्र ने बताया कि चुनाव की तारीख की घोषणा नहीं होने से कार्यकर्ता भी शांत थे। इन चुनावों के बाद से उनमें उत्साह का संचार हुआ है। हम इसे जारी रखने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
बीएमसी पर नजर
राज्यसभा का चुनाव उद्धव ठाकरे और देवेंद्र फडणवीस की प्रतिष्ठा से जुड़ा था। इस चुनाव के बाद बीजेपी, शिवसेना सबसे मजबूत आधार यानी बीएमसी पर कब्जा करने के लिए दौड़ रही है।
जाहिर है यह मुकाबला बीएमसी चुनाव को काफी दिलचस्प बना देगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने भी आगामी चुनाव में महाविकास अघाड़ी को हराने के लिए कार्यकर्ताओं में उत्साह भर दिया।
भ्रष्टाचार के खिलाफ बीजेपी की बैठक
दरअसल भाजपा पिछले कुछ महीनों से खोल-खोल अभियान के तहत विभिन्न विधानसभाओं में भ्रष्टाचार के खिलाफ बैठकें आयोजित करती रही है।
अब आने वाले दिनों में कार्यकर्ताओं के उत्साह के लिए इसमें और भी कई कार्यक्रम जोड़े जाएंगे। बीजेपी प्रवक्ता उदय प्रताप सिंह ने कहा कि, फडणवीस ने इस चुनाव में अपनी काबिलियत साबित की, जिसकी उनके विरोधियों ने भी तारीफ की है। चुनाव को लेकर असमंजस में रहने वाले मतदाता अब साफ तौर पर बीजेपी में शामिल होंगे।