Marigold Farming Profit: पिछले कुछ वर्षों में भारत में फूलों की खेती का चलन बढ़ा है। इसके पीछे का कारण पारंपरिक फसलों की खेती में अधिक नुकसान बताया जा रहा है।
इसके अलावा गेहूं और धान की खेती की लागत भी अधिक है, जिससे किसान धीरे-धीरे इससे दूर होते नजर आ रहे हैं। फूलों में गेंदे की खेती (Marigold Farming Profit) सबसे अधिक लाभदायक फसल मानी जाती है।
इसके पौधे आप जलवायु के आधार पर जनवरी, अप्रैल-मई या अगस्त-सितंबर में लगा सकते हैं। इसकी सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अन्य फूलों की खेती की तुलना में लागत बहुत कम होती है और लाभ कई गुना बढ़ जाता है।
आपको बता दें कि गेंदा का फूल भी बाजार में बड़ी आसानी से बिक जाता है। इसका उपयोग माला और रंग बनाने के लिए भी किया जाता है।
इसके साथ ही इसकी पत्तियों का इस्तेमाल कई तरह की दवाएं बनाने में भी किया गया है। किसान भाई इसकी खेती से 25 से 30 हजार रुपये का निवेश करके आसानी से 2 लाख तक का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। किसान भाई जितना अधिक क्षेत्रफल में इसकी खेती करेंगे, उनका लाभ उतना ही बढ़ेगा।
गेंदे की खेती जलवायु परिस्थितियों के आधार पर तीनों मौसमों : मानसून, सर्दी और गर्मी में की जाती है। इस फूल को ज्यादा देखभाल की भी जरूरत नहीं होती है।
हालांकि, किसान भाइयों को इसके पौधों को बारिश और जानवरों से बचाने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपकी सारी मेहनत बर्बाद हो सकती है।
बरसात के मौसम में गेंदे के पौधे को 10 से 15 दिनों के अंतराल पर 1-2 बार पानी देना चाहिए। वहीं सर्दी के मौसम में 8 से 10 दिन और गर्मी के मौसम में 5 से 7 दिन के अंतराल पर सिंचाई करनी चाहिए।
किसान भाइयों इस बात का ध्यान रखें कि फसल में फूल आने से लेकर फूल आने तक पानी की कमी न हो।