किसान नेताओं की सरकार के साथ पांचवें राउंड की बातचीत होनी है।
कृषि बिल कानूनों के विरोध में चल रहा किसानों का प्रदर्शन आज भी जारी है। सरकार लगातार किसानों के गतिरोध को खत्म करने के लिए प्रयास कर रही है और बैठकें कर रही है।
इस बैठक से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास में हुई एक बैठक में शामिल हुए। हालांकि राजनाथ सिंह पीएम आवास से निकल चुके हैं, लेकिन बैठक अभी भी जारी है।
आपको बता दें कि आज दो बजे किसान नेताओं के साथ दिल्ली के विज्ञान भवन में सरकार की पांचवें राउंड की बैठक होने वाली है।
New Delhi: Defence Minister Rajnath Singh leaves from the Prime Minister’s residence. https://t.co/fFwmhLFqft pic.twitter.com/ixeEGqbFpR
— ANI (@ANI) December 5, 2020
पिछले कई दिनों से किसान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि सरकार ने इसकी इजाजत नहीं दी है। इसके बाद ये किसान हरियाणा-दिल्ली और उत्तर प्रदेश-दिल्ली बॉर्डर पर डेरा जमाए हुए हैं।
इस बीच किसान नेताओं और सरकार के बीच कई राउंड की बातचीत हो गई है। हालांकि अब तक बातचीत का कोई हल नहीं निकल सका है। किसान नेता कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर टिके हुए हैं। यहां तक कि उन्होंने आठ दिसंबर को भारत बंद की भी चेतावनी दी है।
प्रदर्शनकारी दिल्ली की सीमा पर अब भी जमे
तेज ठंड के बीच केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हजारों किसान शनिवार को लगातार दसवें दिन भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर जमे हुए हैं।
वहीं, इन कानूनों को वापस लेने की मांग के साथ किसानों के प्रतिनिधि पांचवे दौर की वार्ता के लिए सरकार से मिलने वाले हैं।
उत्तर प्रदेश और हरियाणा से दिल्ली को जोड़ने वाले रास्तों को पहले ही बाधित कर चुके आंदोलनकारी किसानों ने शुक्रवार को चेतावनी दी थी कि अगर सरकार उनकी मांगें स्वीकार नहीं करती है तो वे दूसरी सड़कों को भी बाधित करेंगे।
उन्होंने आठ दिसंबर को भारत बंद का आह्वान भी किया है। सरकार के साथ शनिवार दोपहर होने वाली बातचीत से पहले 40 किसान संगठनों के प्रतिनिधि अपनी रणनीति पर चर्चा करेंगे।
किसान संगठनों ने शनिवार को सरकार और कारपोरेट घरानों के खिलाफ प्रदर्शन करने और पुतला दहन का आह्वान किया है।
नए कृषि कानूनों को लेकर जारी गतिरोध को दूर करने के लिए सरकार और आंदोलनकारी किसान संगठनों के बीच बृहस्पतिवार को चौथे दौर की वार्ता बेनतीजा रही।
वहीं, किसानों ने दिल्ली में दाखिल होने के लिए अहम टिकरी, सिंघु, झरोड़ा, गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर को बाधित कर दिया है जिसकी वजह से यातायात प्रभावित हुआ है। पुलिस ने इन बॉर्डर पर यातायात का मार्ग परिवर्तित किया है।
इसकी वजह से वैकल्पिक मार्गों पर ट्रैफिक जाम लग गया है। पुलिस ने लगातर दसवें दिन चल रहे किसान आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली-हरियाणा सीमा के सिंघु, टिकरी, झारोडा, झाटीकड़ा, औचंदी, लामपुर, पियाओ, मनियारी और मंगेश सीमा को बंद कर दिया है।