महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत लोगों को राष्ट्रीय ध्वज खरीदने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
महबूबा ने रविवार को कहा कि देशभक्ति अपने आप आती है और इसे किसी पर थोपा नहीं जा सकता। यह अभियान 13 से 15 अगस्त तक ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत नागरिकों को अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
The manner in which J&K admin is forcing students, shopkeepers & employees to pay for national flag to hoist it is as if Kashmir is an enemy territory that needs to be captured. Patriotism comes naturally & can’t be imposed. pic.twitter.com/FdMDBrouev
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) July 24, 2022
महबूबा मुफ्ती द्वारा ट्विटर पर साझा किए गए एक कथित वीडियो में, दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा नगरपालिका में एक वाहन के ऊपर लगे लाउडस्पीकर से एक सार्वजनिक घोषणा सुनाई देती है, जिसमें क्षेत्र के दुकानदारों से अभियान के लिए तिरंगा खरीदने के लिए कहा जाता है। इसके लिए 20-20 रुपये जमा करने को कहा जा रहा है।
लगता है कश्मीर दुश्मन का इलाका : मुफ्ती
मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन जिस तरह से छात्रों, दुकानदारों और कर्मचारियों को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए भुगतान करने के लिए मजबूर कर रहा है, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि कश्मीर एक दुश्मन का इलाका है जिस पर कब्जा करने की जरूरत है, देशभक्ति अपने आप आती है और इसे थोपा नहीं जा सकता।
महबूबा के आरोप
महबूबा ने आरोप लगाया कि कश्मीरी में की गई घोषणा में स्थानीय लोगों से कहा गया कि अगर उन्होंने अभियान में शामिल होने से इनकार किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.