महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने पीएम मोदी पर निजी टिप्पणी कर नया विवाद खड़ा कर दिया है। इससे पहले भी उन्हें प्रधानमंत्री पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था।
उन्होंने कथित तौर पर पीएम को पीटने की धमकी दी थी, इस मामले से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया था। हालांकि बाद में उन्होंने कथित आरोपों से इनकार किया।
इसी तरह रविवार को इगतपुरी के दौरे पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष से पीएम को धमकी देने से संबंधित टिप्पणी पर पत्रकरों ने सवाल किया था। जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “गुंडे गुंडे ही देखेंगे। हम जानते हैं कि उनका (पीएम मोदी) राज क्या है। लोग भाजपा पर हंस रहे हैं।
जिनकी पत्नी भाग जाती है, लोग उन्हें मोदी कहते हैं। भाजपा बेरोजगारी, गरीबी, किसान पर सवालों का जवाब नहीं दे रही है। क्या वह इसके लिए चुने गए है। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने ‘मोदी को मारने के लिए गुंडों को तैयार किया’, उन्होंने कहा, ‘हम महात्मा गांधी के अनुयायी हैं। हम ऐसी बातें नहीं सोच सकते।’
इससे पहले पटोले पीएम मोदी के खिलाफ अपनी कथित अपमानजनक टिप्पणी का एक वीडियो सामने आने के बाद आलोचनाओं के घेरे में आ गए थे।
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस द्वारा ट्विटर पर साझा किए गए एक वीडियो के अनुसार, उन्हें स्थानीय निकाय चुनाव अभियान के दौरान भंडारा में स्थानीय लोगों से “मैं मोदी को मार सकता हूं, मोदी को गाली दे सकता हूं” कहते हुए सुना जा सकता है। इस पर फडणवीस ने सवाल किया कि यह राजनीतिक दल है या आतंकवाद फैलाने वाला संगठन।
पटोले ने वीडियो में कहा था, “वे एक या दो पीढ़ियों को समृद्ध करने के लिए स्कूल, कॉलेज स्थापित करते हैं। कई वर्षों के अपने राजनीतिक करियर में, मैंने एक भी स्कूल नहीं बनाया है। मैं जो भी मेरे पास आता है उसकी मदद करता हूं। इसलिए मैं मोदी को मार सकता हूं, मोदी को गाली दे सकता हूं।”
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले की इस टिप्पणी पर बीजेपी ने उन्हें फटकार लगाई थी। जिसके बाद पटोले ने साफ किया कि उनका बयान पीएम मोदी के लिए नहीं बल्कि ‘मोदी’ नाम के एक स्थानीय गुंडे के लिए था।
“हमारे क्षेत्र में एक स्थानीय गुंडा है और लोग शिकायत कर रहे थे। मैं उस गुंडे के बारे में बात कर रहा था। उसका नाम भी मोदी है। मैं प्रधान मंत्री पद की गरिमा जानता हूं।
मैंने देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में बात नहीं की। लेकिन मैने जो कहा ओ स्थानीय गुंडों के बारे में कहा है।” इससे पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और नारायण राणे ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी।