PM Fasal Bima Yojana: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सातवें वर्ष में प्रवेश कर रही है। ऐसे में भारत सरकार किसानों को फसल बीमा पॉलिसी उपलब्ध कराने के लिए घर-घर जाकर अभियान चलाने जा रही है।
ताकि हर किसान को योजना का लाभ मिल सके। कृषि मंत्रालय ने कहा कि मेरी नीति मेरा हाथ का उद्देश्य है कि सभी किसान सरकार की नीतियों, भूमि अभिलेखों, दावा प्रक्रिया और शिकायत निवारण से अच्छी तरह परिचित हों।
36 करोड़ से अधिक किसानों को मिला बीमा का लाभ
कृषि मंत्रालय ने कहा कि योजना के तहत 36 करोड़ से अधिक किसान आवेदकों को बीमा का लाभ मिला है. 4 फरवरी 2022 तक 1,07,059 करोड़ रुपये से अधिक के दावों का निपटारा किया जा चुका है।
फसल बीमा योजना छोटे किसानों की आर्थिक मदद करने में सफल रही है। इसके तहत करीब 85 फीसदी गरीब किसानों ने नामांकन के लिए आवेदन किया था।
72 घंटे के अंदर देनी होगी रिपोर्ट
पिछले साल बीमा योजना में कुछ सुधार किए गए हैं। यदि प्राकृतिक आपदा के कारण फसल को नुकसान होता है। फिर किसानों को इसकी रिपोर्ट 72 घंटे के भीतर फसल बीमा एप, सीएससी या नजदीकी कृषि अधिकारी को देनी होगी।
वहीं, इस योजना में भूमि अभिलेखों का एकीकरण, नामांकन के लिए मोबाइल ऐप, सब्सिडी मॉड्यूल और एनसीआईपी के माध्यम से दावा आदि जैसी विशेषताएं हैं।
ड्रोन के इस्तेमाल की घोषणा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में अपने बजट भाषण में फसल बीमा के लिए ड्रोन के इस्तेमाल की घोषणा की थी।
आपको बता दें कि फसल बीमा योजना कमजोर किसानों के लिए फायदेमंद साबित हुई है। 85% छोटे और सीमांत किसान इस योजना में नामांकित हैं।