लुधियाना। पंजाब विधानसभा चुनाव 2002: फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर हुए विवाद में सियासत तेज हो गई है।
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी समेत कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू दावा कर रहे हैं कि रैली में सिर्फ 700 लोग पहुंचेंगे।
इतना ही नहीं, कांग्रेस नेता यह भी कह रहे हैं कि पंजाबियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खारिज कर दिया है, इसलिए वह रैली में शामिल नहीं हुए।
भाजपा नेता अब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की भूमिका निभाने के लिए आगे आए हैं।
भाजपा के प्रदेश महासचिव जीवन गुप्ता ने रैली स्थल और सड़कों पर पुलिस द्वारा रोके गए भाजपा कार्यकर्ताओं के फोटो व वीडियो जारी कर कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को गिनती सीखने की सलाह दी।
बसों में आने वाले कार्यकर्ताओं को नहीं पहुंचने दिया गया
जीवन गुप्ता ने कहा कि पंजाब सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुरक्षा मुहैया कराने में पूरी तरह विफल रही है और अब अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए रैली फ्लॉप होने की बाते कर रहे है।
उन्होंने कहा कि रैली स्थल पर आधे से ज्यादा कुर्सियां भरी हुई थीं जबकि बसों में आने वाले कार्यकर्ता को नहीं पहुंचने दिया गया।
जीवन गुप्ता ने शनिवार को कुछ वीडियो जारी किए। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता रैली स्थल और सड़कों पर रुके कार्यकर्ताओं के वीडियो घर-घर पहुंचाएंगे।
प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा भी शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं, गौरतलब है कि पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक से पंजाब सरकार को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. विधानसभा चुनाव में यह मुद्दा गर्मा सकता है।