नई दिल्ली, 31 जनवरी | राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बजट सत्र शुरू होने से पहले सोमवार को संसद को संबोधित किया। बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से हुई।
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में महिला सशक्तिकरण, कोविड टीकाकरण, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना, डिजिटल इंडिया और किसानों का जिक्र किया। आइए हम आपको 10 बिंदुओं में राष्ट्रपति के अभिभाषण की बड़ी बातों की जानकारी देते हैं।
1) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मेरी सरकार देश की सुरक्षा के लिए संकल्प के साथ काम कर रही है। सरकार की नीतियों के कारण रक्षा क्षेत्र में देश की आत्मनिर्भरता विशेषकर रक्षा उत्पादन में लगातार बढ़ रही है।
83 एलसीए तेजस लड़ाकू विमानों के निर्माण के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं। सरकार ने आयुध कारखानों को 7 रक्षा सार्वजनिक उपक्रमों में बदलने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
2) अब तक गरीबों को दो करोड़ से ज्यादा पक्के घर मुहैया कराए जा चुके हैं। ‘प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण’ के तहत पिछले तीन साल में करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये की लागत से एक करोड़ सत्रह लाख मकान स्वीकृत किए गए हैं।
3) मैं डिजिटल इंडिया और डिजिटल अर्थव्यवस्था के बढ़ते प्रसार के संदर्भ में देश के यूपीआई प्लेटफॉर्म की सफलता के लिए सरकार के दृष्टिकोण की भी सराहना करता हूं। दिसंबर 2021 में देश में UPI के जरिए 8 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का लेन-देन किया जा चुका है।
4) राष्ट्रपति ने कहा कि 64 हजार करोड़ की लागत से सरकार द्वारा शुरू किया गया प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन काबिले तारीफ है।
यह न केवल वर्तमान स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा बल्कि देश को आने वाले संकटों के लिए भी तैयार करेगा।
मेरी सरकार की संवेदनशील नीतियों के कारण अब देश के आम आदमी तक स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से पहुंच रही हैं। 80 हजार से ज्यादा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और करोड़ों आयुष्मान भारत कार्ड गरीबों के इलाज में मदद कर चुके हैं।
5) टीकाकरण कार्यक्रम में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत की क्षमता का प्रमाण देखा गया है। हमने एक साल से भी कम समय में 150 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोस देने का रिकॉर्ड पार कर लिया है।
आज हम पूरी दुनिया में वैक्सीन की सबसे अधिक डोस उपलब्ध कराने वाले अग्रणी देशों में से एक हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि कोरोना के इस भीषण संकट में हमने बड़े देशों में भोजन की कमी और भूख की समस्या देखी है।
लेकिन मेरी संवेदनशील सरकार ने हर संभव प्रयास किया कि 100 साल के इस सबसे बड़े संकट में कोई भी गरीब भूखा न रहे।
6) सरकार के निरंतर प्रयासों के कारण भारत एक बार फिर दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया है।
चालू वित्त वर्ष के पहले 7 महीनों में 48 अरब डॉलर का विदेशी निवेश इस बात का सबूत है कि अंतरराष्ट्रीय निवेशक भारत के विकास को लेकर आश्वस्त हैं।
7) भारत उन देशों में से एक है जिसके पास सबसे सस्ते इंटरनेट और मोबाइल फोन हैं। हम 5G विकसित करने पर भी काम कर रहे हैं।
सेमीकंडक्टर पर हमारी पीएलआई योजना हमारे स्टार्टअप इकोसिस्टम को और बढ़ावा देगी। आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता बनकर उभरा है।
8) सरकार ने तीन तलाक को कानूनी अपराध घोषित कर समाज को इस कुप्रथा से मुक्त कराने की शुरुआत की है। मुस्लिम महिलाओं पर केवल मेहरम के साथ हज करने पर प्रतिबंध भी हटा दिया गया है।
9) मेरी सरकार के नीतिगत निर्णयों और प्रोत्साहनों के कारण विभिन्न पुलिस बलों में महिला पुलिस कर्मियों की संख्या 2014 की तुलना में दोगुनी से अधिक हो गई है।
महिला सशक्तिकरण मेरी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। मेरी सरकार ने बेटे-बेटियों को समान दर्जा देते हुए महिलाओं की शादी की न्यूनतम उम्र 18 साल से बढ़ाकर 21 साल करने का बिल भी संसद में पेश किया है।
10) सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था और देश के किसानों को सशक्त बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से 11 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को एक लाख अस्सी हजार करोड़ रुपये दिए गए हैं।
इस निवेश से आज कृषि क्षेत्र में बड़े बदलाव दिखाई दे रहे हैं। सरकार के प्रयासों से देश का कृषि निर्यात भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
वर्ष 2020-21 में कृषि निर्यात में 25 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई। यह निर्यात करीब 3 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।