भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) कोविड-19 संकट में छोटे कारोबारियों को 59 मिनट में 10,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का कर्ज दे रहा है।
देश के सबसे बड़े बैंक की ओर से केंद्र सरकार की मुद्रा ऋण योजना के तहत छोटे कारोबारियों को यह कर्ज दिया जा रहा है ताकि वे आर्थिक दिक्कतों को खत्म कर सकें और संकट की स्थिति में अपने कारोबार को बढ़ा सकें।
इसी क्रम में एसबीआई ने ट्विटर हैंडल से बताया कि मुद्रा लोन घर बैठे आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। एसबीआई ने इसके लिए वेबसाइट की जानकारी देते हुए कहा कि कुछ जानकारी देने के बाद ही 59 मिनट में 10 लाख रुपये तक का कर्ज लिया जा सकता है।
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी मुद्रा योजना के तहत छोटे कारोबारियों और रेहड़ी-पटरी वालों या दूसरे तरह के छोटे कारोबार करने वाले लोगों को आसान शर्तों पर कर्ज दिया जाता है।
इस योजना के तहत चाय या नाश्ते की दुकान, फल और अन्य खाद्य सामग्री की दुकान खोलने के लिए 10 लाख रुपये तक का बैंक ऋण दिया जाता है।
मुद्रा योजना के तहत मिलने वाले इस लोन को तीन कैटेगरी में बांटा गया है. एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक इसके लिए ब्याज दर 8.5 फीसदी से शुरू होती है।
मुद्रा लोन क्या है
मुद्रा योजना – सूक्ष्म इकाइयों के विकास और पुनर्वित्त एजेंसी (मुद्रा) से बना है। इसका मुख्य उद्देश्य लघु और कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी शुरुआत करते हुए कहा था कि 5 करोड़ 75 लाख स्वरोजगार करने वालों पर ध्यान देने की जरूरत है, जो 17,000 रुपये प्रति यूनिट के कर्ज के साथ सिर्फ 11 लाख करोड़ रुपये का इस्तेमाल करते हैं और 12 करोड़ भारतीयों को रोजगार मिलता है।
इन दस्तावेजों की होगी जरूरत
कोई भी भारतीय नागरिक मुद्रा लोन के लिए आवेदन कर सकता है। हालांकि, मुद्रा योजना में महिलाओं और एससी/एसटी आवेदकों को ऋण के लिए प्राथमिकता दी जाती है।
एसबीआई से मुद्रा लोन प्राप्त करने के लिए पहचान प्रमाण, निवास प्रमाण, बैंक विवरण, फोटोग्राफ, बिक्री दस्तावेज, मूल्य कोटेशन व्यवसाय आईडी और पता प्रमाण आवश्यक है।
इसके अलावा जीएसटी पहचान संख्या, आयकर रिटर्न की भी जानकारी देनी होगी। आप SBI की इस वेबसाइट पर जाकर मुद्रा लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।