उन्नाव : जिले के एक नर्सिंग होम में एक नर्स की मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। साथ ही पीड़ित परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए 5 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई है। मामला बांगरमऊ क्षेत्र के हरदोई-उन्नाव मार्ग के किनारे बसे गांव दुल्लापुरवा का है।
एक दिन पहले दुल्लापुरवा के न्यू जीवन अस्पताल में काम करने आई युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
उसका लटका हुआ शव बार की मदद से अस्पताल के पीछे की दीवार पर मिला था। परिवार ने इस घटना को रेप और हत्या बताते हुए 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था।
मृतक की मां ने नर्सिंग होम संचालक नूर आलम, चांद आलम, अनिल कुमार समेत पांच के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म व हत्या का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
हालांकि देर शाम आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में फांसी लगने से मौत की पुष्टि होने के बाद घटना ने नया मोड़ ले लिया।
एंबुलेंस चालक से युवती का प्रेम प्रसंग
पुलिस के मुताबिक प्रेमी के शादी से इंकार करने पर युवती ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। एसपी व एएसपी ने मृतक के प्रेमी को भी गिरफ्तार कर पूछताछ की और नर्सिंग होम का भी निरीक्षण किया।
बताया गया कि मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल से पता चला कि युवती का बांगरमऊ के मुस्तफाबाद निवासी संदीप राजपूत से प्रेम प्रसंग था। संदीप को कोतवाली लाकर पूछताछ की गई।
शादी से इंकार करने पर की आत्महत्या
आरोपी ने बताया कि वह एंबुलेंस चलाता है। उसका डेढ़ साल से नर्स से अफेयर चल रहा था। 28 अप्रैल को उसने दुल्लापुरवा स्थित न्यू जीवन नर्सिंग होम में लड़की को नर्स के रूप में काम पर रखा था।
लड़की दूसरे पंथ की थी और उससे शादी करने का दबाव बना रही थी। घटना की रात युवती ने संदीप को कई बार फोन किया।
लेकिन उसने कॉल रिसीव नहीं किया। इससे छात्रा आहत हो गई। माना जा रहा है कि शादी से इंकार करने के बाद उसने आत्महत्या कर ली।